2 line Gulzar Shayari/Gulzar Shayari in Hindi 2 lines
2 line Gulzar Shayari/Gulzar Shayari in Hindi 2 lines-पढ़िए गुलज़ार साहब के कुछ कोट्स और शायरी फेमस शायरी जो के हैgulzar shayari in hindi romantic, gulzar shayari for love,gulzar shayari on beauty.
Who is Gulzar(from Wiki)-Gulzar (born Sampooran Singh Kalra; 18 August 1934) is an Indian Urdu poet, lyricist, author, screenwriter, and film director known for his works in Hindi cinema. He is regarded as one of the greatest Urdu poets of this era. He started his career with music director S.D. Burman was a lyricist in the 1963 film Bandini and worked with many music directors including R. D. Burman, Salil Chowdhury, Vishal Bhardwaj, and A. R. Rahman. Gulzar also writes poetry, dialogues, and scripts. He directed films such as Aandhi and Mausam during the 1970s and the TV series Mirza Ghalib in the 1980s. He also directed Kirdaar in 1993.
2 line Gulzar Shayari
आंखें तुम भूल गए हिजाब क्या करें।”
जो मिला हैं उसे सम्भालिये...
इश्क जिंदा लोगों के बस का नहीं
इसका शायद कोई हल नहीं हैं
कफ़न की ख्वाहिश में मेरी लाश
उनके आँचल का इंतज़ार करती है
वो शिकायतें जो बयाँ नहीं होती
नज़रें झुका कर वो बोली - "बहुत
Gulzar Shayari in Hindi 2 lines
वो एक ना जाने कितनो सा लगता है,
अंधों को भी उसमे एक रौशनी दिखती है,
गैरों को भी वो अपनों सा लगता है.”
इश्क जिंदा लोगों के बस का नहीं
'जब से डिग्रियां समझ में आयी पांव जलने लगे हैं
ताउम्र साथ चलते हैं, जिस्मो के ख़ाक होने तक
क्या हुआ आज ये किस बात पे रोना आया
और कभी जिंदगी का एक पल नहीं गुजरता
ना जाने ये लम्हे हो ना हो
हो भी ये लम्हे क्या मालूम शामिल
उन पलो में हम हो ना हो
thought Gulzar 2 line Shayari
गुज़रा इसलिए के वक़्त अच्छा आने वाला है”
घुटन का पर्दा झूल रहा हैं,
बेबसी की छत के नीचे,
कोई किसी को भूल रहा हैं
रात भी आयी और चाँद भी था, मगर नींद नहीं
किसी की आँखों में हमको भी वो इंतजार दिखे
तेरे प्यार के काबिल,
जब हम बदलते हैं,
तो तुम शर्ते बदल देते हो
तेरे प्यार के काबिल,
जब हम बदलते हैं,
तो तुम शर्ते बदल देते हो
Gulzar 2 line Shayari
आज की ख़ामोशी खाने को दौड़ती है।”
ख़ामोशी तो सदाबहार होती हैं
आदत इसकी भी इंसान जैसी हैं
ना दिल में कसक होगी, ना सर में जूनून होगा...
किसी ने रूठ कर गुस्से में शायद खींच दी थी
Gulzar two line Shayari
तजुर्बा-ए-इश्क़ ठीक नहीं,
दिल लगाना तो अच्छा है,
दिल दुखाना ठीक नहीं।”
वक्त की शाख से लम्हें नहीं तोड़ा करते
तेरी यादों का कारोबार,
मुनाफा कम है,
पर गुज़ारा हो ही जाता है
हमने दो बूंदों से मन भर लिया...
सामने आया मेरे, देखा भी, बात भी की
मुस्कुराए भी किसी पहचान की खातिर...
कल का अखबार था, बस देख लिया, रख भी दिया
मोहबात केसी!!!
तो तुम्हे बेहिसाब आते है!!
2 line shayari gulzar
ज़िन्दगी रुलाती क्यों है,,
जो लकीरों में नहीं होते,,,
क़िस्मत उन्ही से मिलाती क्यों है।”
यार तेरी मोहब्बत तो अधूरी रहगयी!!!
मुझे याद आ रहा है तेरा हल्के से मुस्कुराना
हम भूल गए हैं रख के कहीं
बस बचपन की जिद्द समझौतों में बदल जाती हैं
Gulzar 2 line Shayari on life
ख़ामोशी तो सदाबहार होती हैं
आदत इसकी भी इंसान जैसी हैं
वक्त की शाख से लम्हें नहीं तोडा करते
होश उड़े तो उड़ जाने दो,
दिल कब सीधी राह चला है,
राह मुड़े तो मुड़ जाने दो.”
छोटा सा साया था, आँखों में आया था
कल का अखबार था, बस देख लिया, रख भी दिया
तो उसको गिरने दो
कोई पुरानी तमन्ना,
पिंघल रही होगी
तेरी यादों का कारोबार,
मुनाफा कम है,
पर गुज़ारा हो ही जाता है
Gulzar 2 line Shayari on love
के साँस मिले, नब्ज़ कुछ देर से थमी सी है
हम भूल गए हैं रख के कहीं
रात भी आयी और चाँद भी था, मगर नींद नहीं
किसी की आँखों में हमको भी वो इंतजार दिखे
Gulzar Shayari 2 lines
क्या मोड़ आया है कहानी में,
वो भीग रही है बारिश में,
और आग लगी है पानी में.”
इस मर्ज़ का हम इलाज़ क्यों करें,
तुम हमारे हो काफी है ये,
फिर इश्क़ की हम तलाश क्यों करें.”
ना दिल में कसक होगी, ना सर में जूनून होगा...
लकीरें हैं तो रहने दो
सामने आया मेरे, देखा भी, बात भी की
घुटन का पर्दा झूल रहा हैं,
बेबसी की छत के नीचे,
कोई किसी को भूल रहा हैं
जो मिला हैं उसे सम्भालिये...
बनाऊं कैसे?
Gulzar Shayari in English 2 lines
Hosh Ude To Udd Jaane Do,
Dil Kab Seedhi Raah Chala Hai,
Raah Mude To Mud Jaane Do.”
Aankhein Tum Bhool Gaye Hijaab Kya Kare.”
Kya Mod Aaya Hai Kahaani Mein,
Woh Bheeg Rahi Hai Baarish Mein,
Aur Aag Lagi Hai Paani Mein.”
Is Marz Ka Hum Ilaaj Kyon Karein,
Tum Hamare Ho Kaafi Hai Yeh,
Phir Ishq Ki Hum Talaash Kyon Karein.”
Zindagi Rulati Kyon Hai,,
Jo Lakeeron Mein Nahi Hote,,,
Qismat Unhi Se Milati Kyon Hai.”
Tajurba-e-ishq Theek Nahi,
Dil Lagana To Accha Hai,
Dil Dukhana Theek Nahi.”
Woh Ek Na Jaane Kitno Sa Lagta Hai,
Andhon Ko Bhi Usme Ek Raushni Dikhti Hai,
Gairon Ko Bhi Woh Apno Sa Lagta Hai”
Aaj Ki Khamoshi Khane Ko Daudti Hai.”
Guzra Isliye Ke Waqt Accha Aane Wala Hai.”
Romantic Gulzar 2 line Shayari
भी नहीं पाया, खामखां उसके लिए परेशान हो गए है हम!!!!!
की कीमत अदा कर रहा हु मै!!!!