2 line intezaar Shayari, intezar Shayari 2 lines

2 line intezaar Shayari, intezar Shayari 2 lines

2 line intezaar shayari-2 लाइन इंसर शायरी, एक दो पंक्ति की कविता है, जो एक संक्षिप्त और भावनात्मक रूप से समृद्ध तरीके से इंतजार के दर्द और प्रत्याशा को अभिव्यक्त करती है।प्रतीक्षा की वेदना और भविष्य की आशा का वर्णन करने के लिए, सरल किंतु अभिव्यंजक शब्दों का प्रयोग किया जाता है।इस लेख में, हम एक साथ इस बात की खोज करेंगे कि किस तरह दो पंक्ति इंसर शायरी बनाई जाए और किस तरह उसकी सराहना की जाए, और जीवन की प्रतीक्षा में उसे क्या अर्थ दिया जाए।यह लेख आपके लिए निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर देगा: सरल शब्दों के साथ जटिल भावनाओं को कैसे व्यक्त किया जाए?प्रतीक्षा करते समय एक सकारात्मक दृष्टिकोण कैसे बनाए रखना है?चलो खुद को 2 लाइन intezaar shayari की दुनिया में विसर्जित और भावनात्मक गूंज और शक्ति लाता है महसूस!

2 line intezaar shayari, a two-line poetry that expresses the pain and anticipation of waiting in a concise and emotionally rich manner. It uses simple yet expressive words to describe the agony of waiting and the hope for the future. In this article, we will explore together how to create and appreciate 2 line intezaar shayari, and how to give meaning to the waiting in life through it. This article will answer the following questions for you: How to express complex emotions with simple words? How to maintain a positive attitude while waiting? Let's immerse ourselves in the world of 2 line intezaar shayari and feel the emotional resonance and power it brings!

2 line intezaar Shayari

2 line intezaar Shayari

"कभी कभी एक दिन का इंतज़ार सालों जैसा लगता है।"

एक मैं कि इंतज़ार में घड़ियाँ
गिना करूँ इक तुम कि मुझसे
आँख चुराकर चले गये

रात का इंतज़ार कौन करे
आज कल दिन में क्या नहीं होता

फिर भी ये मोहब्बत अपने आप में ही कमाल है।"">"एक तरफ है खामोशी, एक तरफ इंतज़ार है।
फिर भी ये मोहब्बत अपने आप में ही कमाल है।"

अब तो वो अपनी मर्जी से बात
करते हैं और हम उनकी मर्जी
का इंतजार करते हैं..

ये कैसा नश्शा है मैं किस अजब ख़ुमार में हूँ
तू आ के जा भी चुका है मैं इंतिज़ार में हूँ

सीने से लगा के सुन
वो धड़कन जो तुझसे
मिलने के इंतजार में है

तो बस अपने मरने तक का इंतज़ार कर लीजिए।"">"अगर आपको सबकी नज़रो में अच्छा बनना है,
तो बस अपने मरने तक का इंतज़ार कर लीजिए।"

था इंतिज़ार मनाएँगे मिल के दीवाली
न तुम ही लौट के आए न वक़्त-ए-शाम हुआ

पलकों पर रूका है समन्दर
खुमार का कितना गज़ब नशा
है तेरे इंतजार का..

तिरी सदा का है सदियों से इंतिज़ार मुझे
मिरे लहू के समुंदर ज़रा पुकार मुझे

intezaar 2 line Shayari

intezaar 2 line Shayari

एक हासिल करने वाले और दूसरे इंतज़ार करने वाले।"">"दो तरह के आशिक होते है,

एक हासिल करने वाले और दूसरे इंतज़ार करने वाले।"

कोई इशारा दिलासा न कोई वादा मगर
जब आई शाम तिरा इंतिज़ार करने लगे

तड़पना भी अच्छा लगता है
जब इंतजार किसी अजीज का हो.!

"मिलने का मज़ा अक्सर इंतज़ार के बाद ही आता है।"

बे-ख़ुदी ले गई कहाँ हम को
देर से इंतिज़ार है अपना

देखा न होगा तू ने मगर
इंतज़ार में चलते हुए वक़्त
को ठहरते हुए भी देख।

कहीं वो आ के मिटा दें न इंतिज़ार का लुत्फ़
कहीं क़ुबूल न हो जाए इल्तिजा मेरी

इंतजार हार गया है क्योंकि
किसी की जिद किसी के
दर्द से बड़ी हो गई

एक रात वो गया था जहाँ बात
रोक के अब तक रुका हुआ हू
वहीं रात रोक के..!

कोई इशारा दिलासा न कोई वादा मगर
जब आई शाम तिरा इंतिज़ार करने लगे
 

intezar Shayari 2 lines

intezar Shayari 2 lines

फिर भी उसका इंतज़ार किये जा रहे है।"">"उसके ना की उम्मीद तो नहीं,

फिर भी उसका इंतज़ार किये जा रहे है।"

काश तु इंतज़ार करे मेरी तरह
और मैं ना आऊँ तेरी तरह.

ये न थी हमारी क़िस्मत कि विसाल-ए-यार होता
अगर और जीते रहते यही इंतिज़ार होता

वही अक्सर नहीं आते।"">"जिसका इंतज़ार शिद्दत से करोगे,
वही अक्सर नहीं आते।"

इस चार दिन की जिंदगी में हम
अकेले रह गए मौत का इंतजार
करते करते अकेलेपन से मोहब्बत
हो गई..!

हम ने अक्सर तुम्हारी राहों में
रुक कर अपना ही इंतिज़ार किया

काश तु इंतज़ार करे मेरी तरह
और मैं ना आऊँ तेरी तरह.

कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ़
किसी की आँख में हम को भी इंतिज़ार दिखे

इस चार दिन की जिंदगी में हम
अकेले रह गए मौत का इंतजार
करते करते अकेलेपन से मोहब्बत
हो गई..!

"खूबसूरत का पता नहीं, लेकिन मज़ा बहुत आता है,

कोई आया न आएगा लेकिन
क्या करें गर न इंतिज़ार करें">प्यार में भी और इंतज़ार में भी।"
कोई आया न आएगा लेकिन
क्या करें गर न इंतिज़ार करें

intezar Shayari 2 lines in Hindi

intezar Shayari 2 lines in Hindi

वो चाँद कह के गया था कि आज निकलेगा

तो इंतिज़ार में बैठा हुआ हूँ शाम से मैं

मेरी हजार उलझनों के बीच
तेरे ऑनलाइन आने का
इंतजार ही इश्क है..!

लेकिन मज़ा बहुत आता है,
प्यार में भी और इंतज़ार में भी।"">"खूबसूरत का पता नहीं,
लेकिन मज़ा बहुत आता है,
प्यार में भी और इंतज़ार में भी।"

चेहरे को आज तक भी तेरा इंतिज़ार है
हम ने गुलाल और को मलने नहीं दिया

इस उम्मीद मे करते है
इंतजार रात का कि सपने
में ही शायद मुलाकात जाए हो.

माना कि तेरी दीद के क़ाबिल नहीं हूँ मैं
तू मेरा शौक़ देख मिरा इंतिज़ार देख

फिर भी जाने क्यों ये किसी और को ढूंढती रहती है।"">"सही समय के इंतज़ार में रहती है,
फिर भी जाने क्यों ये किसी और को ढूंढती रहती है।"

उनके खत की आरज़ू है उन की
आने का ख्याल इस कदर
फैला है ये कारोबार – ए – इंतज़ार ।

अब जो पत्थर है आदमी था कभी
इस को कहते हैं इंतिज़ार मियाँ

मेरी एक उमर कट गई है
तेरे इंतज़ार में ऐसे भी हैं कि
कट न सकी जिनसे एक रात.

intezaar Shayari in hindi 2 line

intezaar Shayari in hindi 2 line

फिर भी जाने क्यों ये किसी और को ढूंढती है।"">"ज़िंदगी तो मौत के इंतज़ार में रहती है,

फिर भी जाने क्यों ये किसी और को ढूंढती है।"

आँखों में बसी है प्यारी सूरत तेरी;
और दिल में बसा है तेरा प्यार,
चाहे तू कबूल करे या ना करे
हमें रहेगा तेरा इंतजार.

ग़ज़ब किया तिरे वअ'दे पे ए'तिबार किया
तमाम रात क़यामत का इंतिज़ार किया

बात करने के लिए तो बहुत
लोग है पर इंतजार इस
दिल को सिर्फ़ तेरा रहता है

जो रात के अँधेरे और दिन के उजाले में भी ढूंढ नहीं पाते है।"">"इंतज़ार किसका रहता है इन आँखों को,
जो रात के अँधेरे और दिन के उजाले में भी ढूंढ नहीं पाते है।"

लौट कर नहीं आता कब्र से कोई लेकिन
प्यार करने वालों को इंतज़ार रहता है

चले भी आओ तसव्वर में
मेहरबां बनकर आज इंतज़ार
तेरा दिल की हद से ज्यादा है

वो न आएगा हमें मालूम था इस शाम भी
इंतिज़ार उस का मगर कुछ सोच कर करते रहे

लोगों को लगता रहा मैं किसी खास के इंतज़ार में हूँ।"">"इंतज़ार दरअसल हमें सुकून का था,
लोगों को लगता रहा मैं किसी खास के इंतज़ार में हूँ।"

इंतज़ार मत कीजिए सही समय
का सही सही आता नहीं,
सही समय लाना पड़ता हैं

उस वक़्त इंतिज़ार का आलम न पूछिए
जब कोई बार बार कहे आ रहा हूँ मैं
 

Intezaar Shayari in Hindi for Girlfriend

Intezaar Shayari in Hindi for Girlfriend

 

जब उस से मिल कर भी आपका इंतज़ार खत्म नहीं होता।"">"कोई आपको अपने से भी ज़्यादा तब अपना लगने लगता है,
जब उस से मिल कर भी आपका इंतज़ार खत्म नहीं होता।"

अब तेरी मोहब्बत पर मेरा हक तो
नहीं सनम फिर भी आखिरी साँस
तक तेरा इंतजार करेंगे ।

"बेचैनी प्यार से ज्यादा किसी के इंतज़ार में होती है।"

तुझे कैसे इल्म न हो सका बड़ी दूर तक ये ख़बर गई
तिरे शहर ही की ये शाएरा तिरे इंतिज़ार में मर गई

बैठे हैं बड़ी फुरसत से
तेरी फुरसत के इंतज़ार में

तुझे कैसे इल्म न हो सका बड़ी दूर तक ये ख़बर गई
तिरे शहर ही की ये शाएरा तिरे इंतिज़ार में मर गई

फिर मुक़द्दर की लकीरों में लिख
दिया इंतज़ार फिर वही रात का
आलम और मैं तन्हा – तन्हा..

रात का इंतज़ार कौन करे
आज कल दिन में क्या नहीं होता

कितने अनमोल होते हैं ये
अपनों के रिश्ते कोई याद ना
भी करे तो भी इंतजार रहता है

उम्र-ए-दराज माँग कर
लाये थे चार दिन दो आरजू
में कट गए दो इंतज़ार में.

 

Raat Bhar Intezaar Shayari

Raat Bhar Intezaar Shayari

 

इस उम्मीद मे करते है
इंतजार रात का कि सपने
में ही शायद मुलाकात जाए हो.

मिलो और बातें चार कर कुछ मुद्दे ही सुलझा लो।"">"अब और कितना इंतज़ार कराओगी ऐ ज़िंदगी,
मिलो और बातें चार कर कुछ मुद्दे ही सुलझा लो।"

एक रात वो गया था जहाँ बात
रोक के अब तक रुका हुआ हू
वहीं रात रोक के..!

वो ना आएगा हमें मालूम था
इस शाम भी, इंतजार उसका मगर
कुछ सोच के करते रहे.

कम से कम तेरे इंतज़ार में समय तो नहीं गवायाँ।"">"तुझे ना हासिल कर के भी ये सुकून तो रहा,
कम से कम तेरे इंतज़ार में समय तो नहीं गवायाँ।"

मेरी एक उमर कट गई है
तेरे इंतज़ार में ऐसे भी हैं कि
कट न सकी जिनसे एक रात.

दिल की उम्मीदों का हौसला
तो देखो इंतजार उसका है
जिसे एहसास तक नहीं

आँखों में बसी है प्यारी सूरत तेरी;
और दिल में बसा है तेरा प्यार,
चाहे तू कबूल करे या ना करे
हमें रहेगा तेरा इंतजार.

 

Intezaar Shayari in English

 

kahi vo aa ke mita den na intizaar ka lutf
kahi qubool na ho jaaye iltijaa meri

ye na thi hamaari qismat ki visaal-e-yaar hota
agar aur jeete rahte yahi intizaar hota

hum ne akshar tumhaari raahon mein
ruk kar apna hi intizaar kiya

kabhi to chaunk ke dekhe koi hamaari taraf
kisi ki aankh mein hum ko bhi intizaar dikhe

koi aaya na aayega lekin
kya karein gar na intizaar karein

vo chaand kah ke gaya tha ki aaj niklega
to intizaar mein baitha hua hoon shaam se main

chehre ko aaj tak bhi tera intizaar hai
hum ne gulaal aur ko malne nahin diya

maana ki teri deed ke qaabil nahin hoon main
tu mera shauq dekh mera intizaar dekh

ab jo patthar hai aadmi tha kabhi
is ko kahte hain intizaar miyaan

gazab kiya tire wa'de pe e'tibaar kiya
tamaam raat qayamat ka intizaar kiya